सोमवार को हुए रोमांचक मुकाबले में पंजाब की टीम ने राजस्थान रॉयल्स को 14 रनों से मात दी है। राजस्थान की टीम काफी तेजी से जीत की तरफ आगे बढ़ रही थी लेकिन जोस बटलर के विवादित रनआउट के बाद बाजी बदल गई और टीम को अपने ही घर में मात मिली। बता दें कि पंजाब टीम के आर अश्विन द्वारा लिए गए इस विवादित विकेट की काफी चर्चा हो रही है। हालांकि अश्विन ने कहा है कि उन्हें जोस बटलर को ‘Mankading’ आउट करने का कोई मलाल नहीं है और उन्होंने कहा कि यह फैसला उन्होंने अनायास लिया और अगर यह खेल भावना के विपरीत है, तो क्रिकेट के नियमों पर पुनर्विचार होना चाहिए।
बता दें कि यह वाकया 13वें ओवर की आखिरी गेंद का है। इस वक्त राजस्थान की टीम एक विकेट के नुकसान पर 108 रन बनाकर खेल रही थी। क्रीज पर संजू सैमसम (12) और जोस बटलर 43 गेंदों पर 69 रन बनाकर नॉ स्ट्राइकर एंड पर खड़े थे। तभी अश्विन ने उन्हें क्रीज से निकलते देख उन्हें बिना वॉर्निंग दिए चालाकी से रन आउट कर दिया। अश्विन की अपील पर ग्राउंड पर मौजूद अंपायर ने थर्ड अंपायर से मदद मांगी। टीवी रिप्ले में साफ नजर आ रहा था कि अश्विन ने गिल्लियां बिखेरने से पहले बटलर के क्रीज से बाहर निकलने का इंतजार किया। इसके बाद जबरदस्त फॉर्म में नजर आ रहे बटलर को मजबूरन मैदान छोड़ना पड़ा।
किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन द्वारा लिए गए इस विकेट की खूब चर्चाएं हो रही हैं और दिग्गजों ने उन्हें इसके लिए आड़े हाथों लेते हुए लताड़ भी लगाई है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अश्विन आज भी स्कूल लेवल का क्रिकेट खेल रहे हैं। मैच के बाद राजस्थान की टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे भी अश्विन के इस रवैये से काफी नाखुश दिखाई दिए। मैच खत्म होने के बाद उन्होंने अश्विन से हाथ तक नहीं मिलाया।
अपने इस चतुराईभरे रन आउड पर क्या बोले अश्विन
अश्विन ने कहा ,‘यह नियमों में है। शायद हमें नियमों पर पुनर्विचार करना होगा।’ इसपर जब को यह याद दिलाया गया कि वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान कर्टनी वॉल्श ने लाहौर में 1987 विश्व कप के अहम मैच में इस तरह के हालात में पाकिस्तान के सलीम जाफर को बख्श दिया था, तो वह भड़क पड़े। उन्होंने आगे कहा ,‘उस समय ना तो मैं खेल रहा था और ना ही बटलर। ऐसे में यह तुलना बेमानी है।’
अश्विन ने कहा ,‘मैने गेंद लोड भी नहीं की थी और वह क्रीज से बाहर आ गया। यह क्रीज का मेरा हाफ है और मेरा हमेशा से यही मानना रहा है।’ उन्होंने यह भी कहा कि बल्लेबाज को इस तरह के मैच की तस्वीर बदलने वाले पलों में क्रीज जल्दी छोड़ने से बचना चाहिए।