53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के ज्यूरी हेड और इजरायली फिल्ममेकर-स्क्रीनराइटर नादव लेपिड ने फेस्टिव के समापन समारोह के दौरान फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को अश्लील और अनुचित बताया है। उन्होंने कहा कि फेस्टिवल की भावना को निश्चित रूप से स्वीकार किया जाना चाहिये। लेपिड के बयान का जो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है उस मुताबिक, उन्होंने कहा कि, इस फिल्म की आलोच्नात्मक चर्चा भी होनी चाहिए, जो कला और जीवन के लिए जरूरी है। इससे पहले सोमवार को लेपिड ने कहा था कि इस फिल्म को देखकर हम सभी डिस्टर्ब हुए हैं।
नादव लेपिड एक इजरायली स्क्रीनराइटर और फिल्म निर्देशक हैं। इजरायल के तेल अवीव के रहने वाले नादव ने तेल अवीव विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र की पढ़ाई की है। वह इजरायल की सेना में भी रह चुके हैं। सैन्य सेवा के बाद उन्होंने यरूशलम में सैम स्पीगल फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल से डिग्री ली, इसके बाद वह पेरिस चले गये। लापिड को सिनोनिम्स (2019), द किंडरगार्टन टीचर (2014) और पुलिसमैन (2011) के लिए जाना जाता है. नदव की शॉर्ट फिल्म क्विश (सड़क) 2005 की पैनोरमा में स्क्रीनिंग हुई. नदव की पहली फीचर फिल्म ‘पुलिसमैन’ ने साल 2011 में लोकार्नो में विशेष ज्यूरी पुरस्कार जीता, जबकि ‘द किंडरगार्टन टीचर’ ने कान 2014 में सेमेन डे ला क्रिटिक अवॉर्ड जीता.
साल 2015 में 'वाई' बर्लिनेल शॉर्ट्स में दिखाई गई थी. उन्हें फ्रांस का प्रतिष्ठिक ‘फ्रेंच ऑर्डर शेवेलियर डेस आर्ट्स एट डेस लेट्रेस’ अवॉर्ड मिला. नादव ने ज्यादा शार्ट फिल्में और डॉक्यूमेंट्रीज बनाई हैं |
लैपिड ने अपने दिये बयान में कहा, 'हम सभी The Kashmir Files को देखकर डिस्टर्ब और हैरान थे। यह फिल्म हमें अश्लील और प्रोपेगेंडा वाली लगी। इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए ये फिल्म उचित नहीं है। मैं आप लोगों के साथ अपनी फीलिंग खुले तौर पर इसलिए शेयर कर सकता हूं, क्योंकि इस समारोह की आत्मा ही यही है कि हम यहां आलोचनाओं को स्वीकार करते हैं और उस पर चर्चा करते हैं।' इस समारोह में महनेम डेब्यू कॉम्पटीशन में 7 फिल्में देखीं और इंटरनेशनल कॉम्पटीशन में 15 फिल्में देशीं। इसमें से 14 फिल्म सिनेमैटिक फीचर्स वाली थीं। 15वीं फिल्म The Kashmir Files हम सभी को हैरान और परेशान करने वाली थी। लैपिड का यह वीडियो बयान वायरल होने के बाद अनुपम खेर ने भी सोमवार रात एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने फिल्म से जुड़ी कुछ तस्वीरें पोस्ट कीं, उन्होंने लिखा, झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो...सत्य के मुकाबले हमेशा छोटा ही होता है। हालांकि नादव लेपिड की इस टिप्पणी के बाद इजरायली दूतावास की तरफ से माफी मांगने जैसी सूचना भी आ रही है, लेकिन उस सूचना की पुष्टि नहीं है।