यूक्रेन और रूस में छिड़ी जंग के बीच भारतीय नागरिकों के साथ मारपीट की खबर भी सामने आ रही है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए इसकी जानकारी दी है। राहुल गांधी के बाद भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी ट्विटर पर इस मुद्दे को उठाते हुए भारत सरकार पर आरोप लगाए है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि 'इस तरह की हिंसा झेल रहे भारतीय छात्रों और इन वीडियोज को देखने वाले उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। किसी भी अभिभावक कोई से नहीं गुजरना चाहिए| भारत सरकार को तत्काल विस्तृत निकासी योजना को फंसे हुए लोगों के साथ- साथ उनके परिवारों को भी साझा करना चाहिए। हम अपनों को नहीं छोड़ सकते।'
बता दें कि राहुल गांधी ने एक वीडियो साझा किया है, जो स्पष्ट रूप से यूक्रेन की सीमा पर हंगामे को दर्शाता है क्योंकि वीडियो में गार्ड कुछ लोगों को जबरन घसीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में 'देखो, वे लड़कियों को कैसे पीट रहे हैं' एक आदमी को यह कहते हुए सुना जा सकता है।
वहीं भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर भारत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि 'सही समय पर सही फैसले ना लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्ध भूमि में फंसे हुए हैं। ठोस रणनीति और कूटनैतिक कार्रवाई कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है। हर आपदा में 'अवसर' नहीं खोजना चाहिए।
बता दें कि भाजपा सांसद वरुण गांधी ने जो वीडियो शेयर किया है, वह भारतीय छात्रा का है। इस वीडियो में छात्रा बता रही है कि वह गंभीर हालात में फंसे हुए हैं। इंडियन एंबेसी को कॉल कर रहे हैं तो कॉल को काट दिया जा रहा है। उनके द्वारा लगातार छात्रों को अनदेखा किया जा रहा है। इस वीडियो में छात्रा ने बताया कि भारत सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है, छात्रा कह रही है कि इंडियन मीडिया पर विश्वास मत कीजिए| वह लोग कह रहे हैं कि इंडियन गवर्मेंट हमें मदद कर रही है लेकिन यह सिर्फ एक झूठ है| यहां हमें कोई मदद नहीं मिल रही है। छात्रा ने भारतीय छात्रों और माता-पिता से प्रोटेक्ट करने की मांग की है ताकि भारत सरकार युद्ध भूमि में फंसे छात्रों को निकालने के लिए कोई कदम उठाएं।
हम आपको बता दें, उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर मोदी जी अभी चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं | शायद उनके लिए चुनाव ज्यादा महत्वपूर्ण है |