रूस के हमले के बाद यूक्रेन जल रहा है. रूसी सेना पूरे यूक्रेन में बमबारी कर रही हैं. यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी सेना घुस चुकी है. मिसाइलों से कीव सहित अन्य शहरों को भी निशाना बनाया जा रहा है. कीव सुबह-सुबह तेज धमाकों से दहल गई है. इसके अलावा यूक्रेन के शहर कोनोटोप को भी रूसी सैनिकों ने घेर लिया है. इसके अलावा बाकी फोर्स कीव की तरफ बढ़ रही है.
पहले दिन की जंग में 137 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 316 जख्मी हुए हैं. यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि आज (शुक्रवार) रूसी हमले का सबसे खराब दिन हो सकता है. इसमें एयरस्ट्राइक, जमीनी हमले, घेराव आदि शामिल होगा. वहीं रूस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए यूक्रेन अपनी सेना को एकजुट भी कर रहा है.
यूक्रेन अब अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए अपने देशवासियों से बंदूक उठाने की अपील कर रहा है. रूसी हमले के पहले दिन ही यूक्रेन के एक 1,000 सिविलियन को बंदूक चलाने की अनुमति दे दी गई है. इससे पहले यूक्रेन के रक्षामंत्री ओलेस्की रेजनिकोव ने देशवासियों से अपील की है कि जो भी बंदूक उठा सकते हों, वो सेना में भर्ती हों.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन की सैन्य सहायता करने से इंकार कर दिया है. जिसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध के बीच हमें अकेला छोड़ दिया गया है. वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका और हमारे सहयोगी और सहयोगी इस अनावश्यक आक्रामकता के लिए रूस पर तीव्र और गंभीर लागत थोपेंगे. हम अपने नाटो के साथ भी समन्वय स्थापित करेंगे. सहयोगियों को एक मजबूत, एकजुट प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जो गठबंधन के खिलाफ किसी भी आक्रामकता को रोकता है.
बाइडन ने कहा कि रूसी सेना ने बिना उकसावे के यूक्रेन पर क्रूर हमला शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित हमला है जिसकी योजना महीनों से बनाई जा रही थी. उन्होंने कहा कि अमेरिका नाटो के 'हर इंच' की रक्षा करेगा, लेकिन यूक्रेन में सेना तैनात नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आक्रामकता रूस को महंगी पड़ेगी. बाइडन ने अपने संबोधन में एक बार फिर कहा कि अमेरिकी सेना यूक्रेन में रूस के साथ संघर्ष में 'नहीं है और न ही' लगेगी.
वहीं इस बीच पीएम मोदी ने पुतिन से फोन पर 25 मिनट तक बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से किसी समस्या का हल नहीं निकल सकता. पीएम मोदी नाटो के साथ विवाद को भी बातचीत से हल करने पर जोर दिया. मोदी ने पुतिन से कहा कि कूटनीति के जरिए ही शांति स्थापित की जा सकती है. इसके अलावा पीएम मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा का मसला उठाया. पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भारतीयों की सुरक्षा भारत सरकार के लिए सबसे अधिक जरूरी है. दोनों नेताओं ने बातचीत में इस बात पर सहमति जताई कि आगे भी हर मामले का मंथन किया जाएगा.